तुम हो मेरे लिए कुछ खास
ये है मेरा विश्वासतुम हो एक सुखद एहसास
मन के कुछ आसपास
तुम हो मेरा मान अभिमान
तुम पर हो जाऊँ कुर्बान
तुम मेरी आँखों के नूर
कभी न जाना मुझसे दूर
तुम मेरे पौधों के माली
सदा करते रहना रखवाली
तुम हो मेरे जीवनदाता
तुम हो मेरे भाग्य विधाता
जन्म-जन्म का साथ हमारा
कभी न छूटे साथ तुम्हारा
अगर कहीं हो जाए भूल
माफ कर देना मुझे हजूर
तुम मेरे दीपक मैं तेरी दिवाली
जीवन में सदा रहे खुशहाली
ड़ा प्रीत अरोड़ा
बहुत ही गहरे और सुन्दर भावो को रचना में सजाया है आपने.....
ReplyDeleteभावमय करते शब्दों का संगम ...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावमय रचना ... सादगी भरी...
ReplyDeleteBahut hi bhavpoorn rachana
ReplyDeleteतुम मेरे दीपक मैं तेरी दिवाली
जीवन में सदा रहे खुशहाली